A2Z सभी खबर सभी जिले कीअन्य खबरेउत्तर प्रदेश

*डॉ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी के सम्मन में भीम आर्मी आज़ाद समाज पार्टी मैदान* बरघाट

 

डॉ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी के सम्मन में भीम आर्मी आज़ाद समाज पार्टी मैदान बरघाट

 

           दीपेश गौतम                  वंदे भारत   टीवी   न्यूज

ग्वालियर उच्च न्यायालय में डॉ बाबा साहब की प्रतिमा लगने आज़ाद समाज पार्टी सिवनी द्वारा दिया गया ज्ञापन
जिला अध्यक्ष हसीब खान आज़ाद
सिवनी/ग्वालियर उच्च न्यायालय में हो रहे विवाद में डॉ बाबा साहब अम्बेडकर जी की प्रतिमा स्थापित करने के मांग को लेकर जिला अध्यक्ष हसीब खान आज़ाद के नेतृत्व में भीम आर्मी आज़ाद समाज पार्टी द्वारा मुख्य न्यायधीश को जिला कलेक्टर के माध्यम से सौंपा गया ज्ञापन।
जिला अध्यक्ष हसीब खान आज़ाद ने बताया कि ,गरीबों शोषित,वंचितों पीड़ितों तथा एस सी, एस टी, ओबीसी,और माइनोरिटी समाज के भाग्यविधाता ,महान समाज सुधारक महान राजनैतिक महान अर्थशास्त्री सविधान निर्माता, डॉ भीमराव अंबेडकर जी देश के करोड़ों लोगों के मसीहा है,उनके द्वारा किए गए अतुलनीय योगदान को ध्यान में रखते हुए सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली में उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है जो सामाजिक न्याय और समर्पण का प्रतीक है।
इसी क्रम में डॉ आंबेडकर जी की प्रतिमा को ग्वालियर उच्च न्यायालय में स्थापित करने हेतु खंडपीठ के मुख्य न्यायमूर्ति द्वारा विधिवत आदेश पारित किया गए थे,तथा वहां के स्तनीय बार के अधिकतर वकील साथियों द्वारा आर्थिक सहयोग से प्रतिमा बनवा कर लाई गई थी।परन्तु जैसे ही प्रतिमा स्थापित करने का कार्य प्रारंभ हुआ तो कुछ जातिवादी मानसिकता रखने वाले वकीलों ने प्रतिमा स्थापना का विरोध किया और न्यायालय के आदेश मे जानबूझकर बाधा उत्पन्न की ,उन्होंने मूर्ति स्थापना का समर्थन करने वालों के साथ मारपीट और गाली गलौज करते हुए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए वकीलों और समाज के लोगो को अपमानित किया। उसी संबंधित कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है
हम संविधान में पूर्ण विश्वास रखने वाले नागरिक ,सामाजिक कार्यकर्ता,बहुजन समाज के प्रतिनिधि एवं वकील है,इस घटना से हम सब बहुत आहत है और देश भर में आंबेडकर वादी समाज स्रोत व्याप्त है,
अंततः हम निम्नलिखित बिन्दुओं पर न्याय की अपेक्षा करते है।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ग्वालियर खंडपीठ द्वारा न्यायालय परिसर में भारत रत्न डॉ आंबेडकर जी की प्रतिमा स्थापित करने हेतु पारित आदेश का खुलेआम उल्लंघन किया गया है प्रशाशन द्वारा प्रतिमा स्थापना को रोका गया और प्रतिमा ही नहीं बचेगी जैसी आपत्तिजनक एवं भड़काऊ टिप्पणी कुछ चंद अधिवक्ताओं द्वारा दी गई ।
यह न केवल माननीय उच्च न्यायालय की अवमानना है बल्कि भारतीय संविधान डॉ आंबेडकर जी की गरिमा और सामाजिक न्याय के मूल्यों का भी अपमान है ।
जब भीम आर्मी आज़ाद समाज पार्टी एवं अन्य सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया तो पुलिस की उपस्थिति में उन पर हमला किया गया ,जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है और विधि के शासन के विरुद्ध है ।
हमारी निम्न मांगे:
उच्च न्यायालय के आदेश का तत्काल पालन कर ग्वालियर खंडपीठ परिसर में डॉ आंबेडकर जी प्रतिमा स्थापित की जाए।
आदेश की अहवेलना करने वाले अधिवक्ताओं के विरुद्ध न्यायालय की अवमानना अधिनियम 1971 के अंतर्गत कठोर कारवाही की जाए
शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर हमला करने वाले के विरुद्ध एस सी एस टी अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया जाए।
प्रतिमा स्थापना का विरोध करने वाले अधिवक्ताओं जैसे,अनिल मिश्रा,पावन पाठक,गौरव व्यास ,आदि की पहचान कर उनकी अधिकता मान्यता रद्द करने हेतु बार कौंसिल ऑफ इंडिया एवं मध्यप्रदेश बार कौंसिल को निर्देशित किया जाए और उनके विरुद्ध कारवाही की जाए।
समस्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच स्वतंत्र सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में की जाए।
उन्होंने आगे बताया कि यह विषय केवल एक मूर्ति का नहीं है बल्कि पूरे भारतीय संविधान व देश की संप्रभुता, एकता अखंडता ,सामाजिक समरसता और बहुजन समाज के आत्मसम्मान का प्रतीक है
इस वक्त सिवनी भीम आर्मी आज़ाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
जिला अध्यक्ष
हसीब खान आज़ाद
रोहित वर्षेकर
आयूश कोसरे
एहतेशाम अली
अब्दुल हक खान
आज़ाद समाज पार्टी जिला सिवनी

Check Also
Close
Back to top button
error: Content is protected !!